April 23, 2012

मैं और तू - अश्वनी

बहुत दिन हुए खुद से बात हुए
बहुत दिन हुए तुमसे बात हुए
फुर्सत तुम्हे नहीं
फुर्सत हमें कहाँ
तेरा अपना जहां
मेरा अपना जहां 
तेरा रस्ता कहाँ 
मेरा रस्ता कहाँ

मिलना हो तो आना वहाँ
पहली बार मिले थे जहाँ 

2 comments:

  1. मिलना हो तो आना वहाँ
    पहली बार मिले थे जहाँ
    ...sach pahli baar ki yaaden jehan se kabhi nahi jaati..
    ..bahut badiya abhivykti..

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