November 16, 2018

नासमझ

कुछ बातें ना मुझे तब समझ आती थीं
ना अब आती हैं

कुछ उलझाने ना मुझसे तब सुलझती थीं
ना अब सुलझती हैं


अब या तो गाँठ ज्यादा उलझी है
या मेरी समझ कम है

अच्छा अब तुम मत बताओ..मुझे पता है...
इतनी समझ है मुझे कि मेरी समझ ही कम है!!

November 8, 2018

पुतला पुतला खेलें??


पुतला बनने पे तुम रोये 
और अफगानिस्तान में पुतले गिरने पे भी तुम रोये

मैं हमेशा से पुतलों के खिलाफ था
पर तुम्हारा stand समझ नही आया
तुम पुतलों के खिलाफ थे या पुतलों के साथ।


बहुत से पुतलों को देखने के लिए तुम टिकट लेते हो
टिकट ना हो तो भी वो तुम्हारी itinery का हिस्सा होते हैं
जब तुम घूमने जाते हो
और उन पुतलों के साथ फ़ोटो खिंचवा कर फ़ेसबुक पे डालते हो।।
Likes और comments पे thank you बोलते हो।।


जब इतना करते हो तो फिर पुतले पुतले में इतना भेद क्यूं
या तो पुतलों का विरोध करो
या पुतलों की पूजा


पर अपनी सुविधानुसार पुतले पुतले में फर्क करते जाओगे तो एक दिन पाओगे खुद को पुतला बने हुए..

जिसका ना तो कोई अनावरण करेगा ना कोई पूजा।

हां ये हो सकता है कि तुम कुढ़ते रहो या खुश होते रहो
अपने आस पास खड़े होते हुए बाकी पुतलों को देख कर।


पर तुम भी होगे तो एक पुतले ही साला।