October 27, 2009

पाना खोना-अश्वनी

पाना नही है कुछ..
पा के पाते रहना है कुछ कुछ...
पा के खो देना है बहुत कुछ..
खो के पा लेना है सब कुछ

October 21, 2009

यात्रा-अश्वनी

बिना मंजिल के कोई सफर हो....
अजनबी सा एक हमसफ़र हो...
राह इतनी दुशवार हो की रस्ता ना सूझे...
कुछ के मिले जवाब,कुछ सवाल रहे अबूझे॥
भटकते रहे ख़लाओं में...
मांगे बादल हवाओं से पर प्यास ना बुझे कभी...
चाँद से मिले रोशनी पर रात न ढले कभी॥

October 14, 2009

दिल-अश्वनी

मना मना के दिल ये हारा
माने ना दिल आवारा
दिल
की बात है
दिल थाम ले
दिल से सुन ले यारा